शेनाज ट्रेजरी ने साझा किया कि उन्हें प्रोसोपैग्नोसिया का पता चला है। प्रोसोपैग्नोसिया एक मस्तिष्क का विकार है जिसमें लोगों के चेहरों को याद रखने में कठिनाई का सामना करना पड़ता है। शेनाज ट्रेजरी ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरीज पर कहा कि उन्हें लोगों के चेहरों को याद रखने में समस्या होती थी। वे लोगो को उनकी आवाज से याद करती थी। शेनाज को 2003 की फिल्म इश्क विश्क में अलीशा की भूमिका निभाने के लिए जाना जाता है।
अपनी इंस्टाग्राम स्टोरीज में शेनाज ने लिखा, “मुझे प्रोसोपैग्नोसिया का पता चला है। अब मैं समझती हूं कि मैं कभी भी चेहरे को एक साथ याद क्यों नहीं रख पाई। यह एक संज्ञानात्मक विकार है। मुझे हमेशा शर्म आती थी कि मैं चेहरों को नहीं पहचान सकती। मैं आवाजों को पहचानती हूं” एक अन्य स्लाइड में उन्होंने लिखा, “चेहरे के अंधेपन/प्रोसोपैग्नोसिया के लक्षण- आप किसी करीबी दोस्त या परिवार के सदस्य को पहचानने में असफल रहे हैं खासकर जब आप उनसे मिलने की उम्मीद नहीं कर रहे थे। हां मैं पहचानने में असफल रही हूं। मुझे यह दर्ज करने में एक मिनट का समय लगता है कि वह व्यक्ति कौन है”
उन्होंने कहा, “आपको पड़ोसियों, दोस्तों, सहकर्मियों, ग्राहकों, सहपाठियों को पहचानने में कठिनाई होती है। जिन लोगों को आप जानते हैं, उनसे अपेक्षा करते हैं कि आप उन्हें पहचानेंगे। क्या आप फिल्मों या टेलीविजन के किरदारों से दूसरे लोगों से ज्यादा भ्रमित होते हैं। यदि हां तो अब कृपया समझ लें कि यह एक वास्तविक विकार है और यह वास्तविक मस्तिष्क मुद्दा है” शेनाज फिलहाल एक ट्रैवल ब्लॉगर के तौर पर काम कर रही हैं। उन्होंने शाहिद कपूर-स्टारर इश्क विश्क से हिंदी फिल्म की शुरुआत की। बाद में वह उमर, आगे से राइट, रेडियो, लव का द एंड, डेल्ही बेली और कई अन्य फिल्मों में दिखाई दीं।