मीरा चोपड़ा पर्दे पर अपनी बोल्ड भूमिकाओं के लिए जानी जाती हैं। उनकी आने वाली फिल्म ‘सुपर वुमन’ अलैंगिकता पर आधारित भारत की पहली फिल्म है। ‘सुपर वुमन’ पर मीरा चोपड़ा ने कहा, “मैं स्क्रिप्ट से बहुत प्रभावित थी। अलैंगिक शब्द भारतीयों के लिए विदेशी है। कई महिलाएं और पुरुष अपने साथियों को यह समझाने के लिए संघर्ष करते हैं कि वे इसके बारे में कैसा महसूस करते हैं। फिल्म के लिए शोध करते समय मुझे अलैंगिक महिलाओं की आत्महत्याओं और जबरन विवाहों की संख्या पर चौंकाने वाले आंकड़े मिले। यह चिंताजनक है। ‘सुपर वुमन’ के साथ हमारा उद्देश्य उन लोगों के लिए आशा की एक किरण लाना है जो अपनी वास्तविक भावनाओं को समाज तक पहुंचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं”
मीरा ने आगे कहा, “सुपर वुमन उन सभी सुपरवुमन के लिए एक श्रधांजलि है जो सामाजिक मानदंडों को धता बता रही हैं। दुनिया को यह जानने की जरूरत है कि एक महिला को उसकी कामुकता से परिभाषित नहीं किया जा सकता है। हर महिला के पास है दुनिया को जीतने की क्षमता है चाहे वो लैंगिक हो या अलैंगिक। हम अब कमजोर सेक्स नहीं हैं। एक महिला की सबसे बड़ी ताकत उसकी कामुकता में नहीं है बल्कि यह उसके चरित्र, उसकी आत्मा और उसके व्यक्तित्व में निहित है। एक महिला का मूल्य उसकी कामुकता से परे है और हमारे फिल्म इसे खूबसूरती से बताती है। शोध के दौरान मैं उन वृत्तचित्रों को देखकर हैरान थी जो महिलाओं को केवल सेक्स ऑब्जेक्ट के रूप में दिखाते थे।”
एसेक्सुअलिटी पर आधारित फिल्म ‘सुपर वुमन’ को ज़ैघम इमाम द्वारा निर्देशित किया गया है, जो विश्व स्तर पर फिल्म फेस्टिवल सर्किट में अपने उल्लेखनीय काम के लिए जाना जाता है और इसमें तिग्मांशु धूलिया और पूनम ढिल्लों जैसे दिग्गज भी शामिल हैं। फिल्म का निर्माण गोल्डन रेशियो फिल्म्स ने किया है। फिल्म ‘सुपर वुमन’ और सारे फिल्मो से कुछ हटके है।