हिंदी सिनेमा की ये 5 हस्तियाँ जिनके एक गलती ने उनके पूरे करियर को तबाह कर दिया

Shiney Ahuja

शाइनी आहूजा एक अभिनेता हैं। उन्होंने ‘हज़ारों ख्वाहिशें ऐसी’ के लिए फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ पुरुष पदार्पण पुरस्कार जीता। उन्होंने गैंगस्टर, वो लम्हे, लाइफ इन ए मेट्रो, भूल भुलैया और वेलकम बैक जैसी कई हिट फ़िल्में दीं। आहूजा का जन्म नई दिल्ली में एक सिंधी हिंदू परिवार में हुआ था। शाइनी आहूजा पर बलात्कार करने का आरोप लगाया गया था जसके कारण उन्हें फिल्म मिलना बंद हो गया।

परवीन बॉबी हिन्दी फ़िल्मों की एक अभिनेत्री हैं, जिन्हें शीर्ष नायकों के साथ ग्लैमरस भूमिकाएं निभाने के लिए याद किया जाता है। उन्होने कई ब्लोकबस्टर फिल्मों मे भी काम किया है, जैसे दीवार, नमक हलाल, अमर अकबर एन्थोनी और शान। उन्हें भारत की सबसे खूबसूरत अभिनेत्रियों में एक माना जाता है। दरअसल उनको ड्रग्स की लत गई थी। जिसके चलते उनका करियर तबाह हो गया था।

मंदाकिनी एक पूर्व अभिनेत्री हैं। उन्हें लोकप्रिय फिल्म राम तेरी गंगा मैली में उनकी मुख्य भूमिका के लिए सबसे ज्यादा याद किया जाता है।लोगों को जब उनके अंडरवर्ल्ड डॉन के साथ रिश्तों के बारे में पता चला तभी से इनकों फिल्मों में काम मिलना बंद हो गया था। और इनका करियर तबाह हो गया।

मनीषा कोइराला एक अभिनेत्री है, जो कुछ तमिल, तेलुगु, अंग्रेजी और नेपाली फिल्मों के अलावा हिंदी भाषा की फिल्मों में अपने काम के लिए जानी जाती है। वह चार फिल्मफेयर पुरस्कारों सहित कई प्रशंसाओं की प्राप्तकर्ता हैं। मनीषा नशे की वजह से अपने करियर पर ध्यान नहीं दे पाई और इनका करियर जल्द ही खत्म हो गया।

आफताब शिवदासानी एक अभिनेता, निर्माता और मॉडल हैं जो बॉलीवुड में अपने काम के लिए जाने जाते हैं। शिवदासानी को चौदह महीने की उम्र में फेरेक्स बेबी के रूप में चुना गया था और अंततः कई टीवी विज्ञापनों में दिखाई दिए। उन्होंने मिस्टर इंडिया, शहंशाह, चालबाज, अव्वल नंबर, सीआईडी और इंसानियत सहित कई फिल्मों में काम किया। एक बार ये पुणे में ड्रग्स लेते हुए पकड़े गए थे और इसी के बाद इनका करियर तबाह हो गया था।